अशोकनगर | कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉक डाउन में यूं तो लोगों को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मगर इन प्रतिबन्धों के बाद भी प्रशासन की ओर से कई ऐसी पहल देखने को मिली है जो न केवल परेशान लोगों के लिये राहत भरी होती है, बल्कि प्रशासनिक तन्त्र का मानवीय चेहरा भी देखने को मिलता है। सामाजिक सरोकारों के लिये जाने जानी बाली अशोकनगर कलेक्टर डॉ मंजू शर्मा की एक ओर दरियादिली ने लॉक डाउन में परेशान एक मरीज को बड़ी राहत दी है। मामला पड़ोसी जिला शिवपुरी के खतौरा गांव से जुड़ा है। यहां की एक महिला गुड्डी बाई जिसकी उम्र 40 वर्ष है।उसका इलाज अशोकनगर जिले की तहसील ईसागढ क्षेत्रांतर्गत सुखपुर चैरिटेबल हॉस्पिटल में फरवरी माह से चल रहा था।अपनी बीमारी का इलाज करा रही है महिला को बीच-बीच में दवा लेने के लिए सुखपुर आना पड़ता था। मगर लॉकडाउन के कारण वह नहीं आ पा रही थी। इसी दौरान उसकी दवाई भी खत्म हो गई थी। जो दवाएं लिखी गई थी इस अस्पताल के अलावा कहीं नहीं मिल पा रही थी। महिला के बेटे ने कलेक्टर को फोन पर अपनी फरियाद सुनाई। कलेक्टर ने यहां मानवता के नाते दूसरे जिले के मरीज को दवाये भिजवाई। कलेक्टर डॉ मंजू शर्मा की पहल पर ईसागढ़ तहसीलदार गजेंद्र लोधी एवं उनकी टीम सुखपुर हॉस्पिटल की मेडिकल स्टोर से दवाई लेकर पड़ोसी जिले की सीमा तक पहुंची और बीमार महिला के लड़के को दवायें दीं।
लॉक डाउन में कलेक्टर ने दिखाई दरियादिली (सफलता की कहानी)